bewafa sanam achha sila diya tune mere pyar ka

वो दिन भी मुझे याद है, जब मै ही आपका बाबू, सोना, जानू और न जाने क्या क्या हुआ करता था | एक पल भी तेरे नजरो के सामने से दूर होता तो दौड़ कर मेरे घर के तरफ चली आती थी | ये सब क्या था ? | bewafa sanam achha sila diya tune mere pyar ka | प्यार था या मुझे फ़साने का एक जाल था ? ये तो समझ नहीं आता है मगर इतना जरूर समझा गयी हो, खुद से ज्यादा किसी से प्यार मत करना | वरना न जाने कब अनजान और कचरो के सामान बन जाओगे पता भी नहीं चलेगा | शायद इसीलिए शादी से पहले हम उसका जान थे अब अनजान हो गए 

            नजर तेरी कातिल थी | 

तेरी ये वही आँखे है ना जो कभी थकती नहीं थी | रात रात भर जागकर SMS किया करती थी | वो SMS चाहे किसी मतलब का हो न हो तुझे सब प्यारा लगता था मगर तेरी शादी हो जाने के बाद इसी आँखों को मेरे SMS पढ़ने में नींद आने लगता है आखिर क्यों ? तेरी शादी से पहले तो ऐसा भी वक़्त था जब तेरी आँखे मुझे ऐसे देखा करती थी जैसे मुझमे खोना चाहती है ? 

मगर अब उसी आँखों को क्या हो गया है ? कही अंधी तो नहीं हो गयी या लकवा तो नहीं न मार दिया है ? तेरी ये वही नजर है ना, जो मुझे सबके नजरो से गिरा दिया | और आखिर में तूने मुझे क्या दिया बेवफाई बदनामी और न जाने कौन कौन सा इल्जाम मुझ पर ही लगा दिया ? वाह मेरी जान मेरे सच्चे प्यार का यही सिला दिया | 


जब मै नादान था तो शायद तू जवान थी |

अब समझ में आता है की सच में मै उस वक़्त नादान था मगर तू हकीकत में जवान थी | शायद तभी तो प्यार को एक खेल समझा और जितना अच्छा हो सकता था तूने मेरे साथ खेला और मै समझता था यही तो प्यार है | इससे बड़ा मै अपनी नादानी का साबुत क्या दू ? लेकिन तू सच में पत्थर दिल थी तभी तो मेरे FEELING  के साथ तूने इतनी घटिया हरकत किया | 

क्या तुम्हे किसी ने इतना भी नहीं बताया था ? किसी के FEELING के साथ मज़ाक नहीं किया जाता है | मगर जान बुझ कर भी तूने मेरे दिल को चकना-चूर जार दिया | और जब मै रोता हु तो तुझे मज़ाक लगता है | वो लास्ट टाइम तूने क्या कहा था ? मेरा शादी हो गया है, (आपको पता है न - तो बस बात ख़तम ) |  इसी बात को सोच कर मै हमेशा रोने लगता हु |

 ये कैसा प्यार है ? शादी से पहले प्यार था अब वही शख्स इंकार है | ये प्यार हो ही नहीं सकता है | इसे जुर्म बोलते है जो तूने मेरे साथ किया है पत्थर दिल बेवफा सनम | 

तुम्हारा दिल पत्थर है | 

जब मैंने उनसे पूछा - क्या एक बार भी मेरी याद तुम्हे नहीं आती ? पता है उसने क्या जवाब दिया | 


अब एक बात बताइये इस तरह का पत्थर दिल औरत मुझसे कभी प्यार किया भी होगा क्या ? मुझे लगता है ये जब कुँवार थी तो मन बहलाने के लिए इसे कोई खिलौना चाहिए होता था वो खिलौना मै था |  

अब आप लोग ही बताइये ऐसे लोगो के साथ क्या करना चाहिए ? 


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