वो मेरे नजरों के सामने होते हुए मुझसे बहुत दूर है

बहुत दिनों  बाद मैंने उसे देखा मगर एक ही नज़र वो भी हस्ते हुए | मैं सो रहा था मगर उसकी आवाज सुनकर फटाक से GATE खोल दिया | जानते हों क्यूँ ?

क्यूकि उसकी आवाज सुनते ही दिल में एक अलग ही बेचैनी होने लगी और फिर मैं न चाहते हुए भी गेट खोल दिया | लेकिन मुझे याद आया की उसने मुझे इतना भी हक़ नहीं दिया है की मैं उसे देख सकूँ | फिर मैं ना चाहते हुए भी उसके नजरो से दूर हो गया और शायरी लिखना शुरू कर दिया | 


शायद वो अपना STATUS बाज़ा कर कुछ कहना चाहती थी | 

दो-तीन बार वो अपना स्टेटस बजायी | मुझे FEEL हुआ शायद वो कुछ कहना चाहती है | फिर याद आया उसने तो पहले ही सब कुछ कह दिया है | पता है उसने क्या कहा :-

जब मैंने पूछा क्या मैं तुम्हे याद नहीं आता हूँ उसने साफ़-साफ़ कह दिया नहीं | उसने यह भी कहा : आज के बाद SMS नहीं आना चाहिए मुझे क्यों परेशान कर रहे हो ? बहुत हो गया अब ! समझे ! लगता है अब MUMMY को बताना पड़ेगा आपके बारे में | मैं समझ  गया अब वो मुझे किसी भी तरह से नहीं चाहती है | 

मैं उसे SMS करना बंद कर दिया क्योकि मैं दिल से उसका बहुत RESPECT करता हूँ | कोई ये समझने की गलती न करे की मैं उसके माँ से डर गया क्यूकि मुझे इस दुनिया में किसी से अगर डर लगता है तो सिर्फ़ खुद से क्युकी मै ख़ुद ले लिए बहुत बड़ा विलेन भी हूँ और हीरो भी | 


वो जब तक थी..........

वो जब तक मेरे आस पास थी दिल जोर जोर से धड़क रहा था जैसे मुझे दिल का दौरा पड़ गया हो | पता नहीं ऐसा क्यों होता है ? मगर वो पत्थर दिल ने एक बार भी मेरा हाल जानने का कोशिश नहीं किया | मेरे मन में कई बार ये बात आया की उससे कुछ बाते करू ? 

मगर दिल से आवाज आया क्यों बेवज़ह कोशिश करना चाहते हो जब वो पहले ही माना कर चुकी है | 
इस दिल का धड़कन बढ़ाने के लिए शुक्रिया | 


एक इंसान आया मुझे उसपे विश्वास ही नहीं हुआ | 

जब वो चली गयी तो एक व्यक्ति आया  वो अपने बेटी के शादी के लिए पैसा मांग रहा थे | देखने में शरीर से एकदम स्वस्थ थे | मैंने उनसे पूछा आप कमाते क्यूँ नहीं वो बहुत सारी समस्या बताने लगे मगर मुझे उनपर विश्वास नहीं हुआ |
इसलिए मैंने उनसे साफ़ साफ़ कह दिया मुझे इस दुनिया में अब किसी पे भी विश्वाश नहीं होता है | क्युकी मुझे बहुत सारे लोगो ने धोखा दिया है | अगर आप शादी का कार्ड दिखायेंगे तो हम आपका मदद कर सकते अन्यथा नहीं | वो चले गए मैंने एक भी रुपया नहीं दिया | 

ये बात अलग है की मैं उसे 50-100 रुपया दे भी देता तो मुझे कमी नहीं होता | मगर बात थी विश्वाश की और मुझे उस इंसान पर नहीं हुआ |  


इस तरह का इंसान बनाने के लिए शुक्रिया पत्थर दिल 

ए तन्हाई कैसी है ए जुदाई कैसी है,
ए मोहब्बत की परछाई कैसी है !
मैं उससे बहुत दूर हूँ, 
ये बेवफाई कैसी है !!


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